संघ का UP में 3 करोड़ परिवारों तक पहुंचने की प्लान, 2027 तक लक्ष्य पूरा करना क्यों अहम? जानें अहम वजह
- Ankit Rawat
- 26 Oct 2025 03:26:49 PM
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) अगले एक साल में उत्तर प्रदेश के 3 करोड़ परिवारों तक पहुंचेगा। संघ राज्य की हर न्याय पंचायत में हिंदू सम्मेलन आयोजित करेगा। इसके माध्यम से संघ राष्ट्र और समाज की रक्षा के लिए हिंदुओं को जागृत करेगा। साथ ही उनसे 'पंच परिवर्तन' को जीवन का संकल्प बनाने का आह्वान भी करेगा। संघ के पूर्वी और पश्चिमी क्षेत्र में सभी 6 प्रांतों में शताब्दी वर्ष के कार्यक्रमों की तैयारियां तेज़ हो गई हैं।
संघ का शताब्दी वर्ष है अहम
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का शताब्दी वर्ष विजयादशमी से शुरू हुआ। शताब्दी वर्ष का समापन अगले वर्ष विजयादशमी-2026 को होगा। संघ ने शताब्दी वर्ष तक राज्य की प्रत्येक न्याय पंचायत में संघ की एक शाखा स्थापित करने का लक्ष्य रखा है। इसके अतिरिक्त हर ग्राम पंचायत में किसी न किसी रूप में संघ की उपस्थिति सुनिश्चित करने का भी लक्ष्य है। अपने शताब्दी वर्ष में संघ ने अपनी पहुंच बढ़ाने और हिंदू समुदाय के हर वर्ग से जुड़ने का अभियान शुरू किया है। इसी कड़ी में पहले चरण में संघ ने 2 से 12 अक्टूबर तक हर कस्बे में पथ संचलन आयोजित कर अपनी शक्ति और उपस्थिति का प्रदर्शन किया।
3 करोड़ परिवारों से संपर्क बनाने का प्लान
आरएसएस उत्तर प्रदेश में लगभग 3 करोड़ परिवारों से संपर्क करेगा। प्रत्येक परिवार को एक फ़ोल्डर दिया जाएगा। इसमें संघ के 100 साल के इतिहास पर प्रकाशित एक पुस्तक और भारत माता की एक तस्वीर होगी। इस पुस्तक में 1925 में संघ की स्थापना से लेकर 2025 तक की यात्रा की विस्तृत जानकारी दी जाएगी। इसमें संघ की मौजूदा भूमिका और पिछले 100 सालों में विदेशी शक्तियों के भारत को कमज़ोर करने के प्रयासों का भी ज़िक्र होगा। संघ वर्तमान और आने वाले समय में संगठन के कार्यक्रमों की भी जानकारी देगा।
हिंदू सम्मेलनों का होगा आयोजन
संघ के जरिए आयोजित हिंदू सम्मेलनों में सभी हिंदुओं को आमंत्रित किया जाएगा। उन्हें धर्म, समाज और राष्ट्र की रक्षा में उनकी भूमिका समझाई जाएगी और पंच परिवर्तन अपनाने का संकल्प दिलाया जाएगा। सम्मेलन में पुरुषों के साथ-साथ महिलाओं की संख्या बढ़ाने पर भी ज़ोर दिया जाएगा। संघ के एक पदाधिकारी बताते हैं कि हिंदू सम्मेलन में अवैध धर्मांतरण रोकने और बेटियों को लव जिहाद से बचाने का रास्ता भी दिखाया जाएगा। संघ पदाधिकारी बताते हैं कि उत्तर प्रदेश और उसके आसपास के नेपाल सीमा से लगे जिलों में ईसाई और मुस्लिम संगठनों के धर्मांतरण के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। खासकर ईसाई और मुस्लिम संगठन हिंदू धर्म की अति पिछड़ी और आदिवासी जातियों को निशाना बना रहे हैं। संघ ने अब इस दिशा में तेज़ी से काम किया है। अति पिछड़ी, अति दलित और आदिवासी जातियों के बीच जाकर उन्हें जागृत किया जा रहा है। उनके समुदायों से जुड़े प्रमुख लोगों को संघ की शाखाओं से जोड़कर धर्मांतरण विरोधी अभियान में शामिल किया जा रहा है। संघ उनके समुदायों से जुड़े लोगों को एक मंच भी प्रदान कर रहा है।
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